नई दिल्ली। इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के वर्किंग आवर बढ़ाने को लेकर दिए बयान पर बहस जारी है। अब कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी भी इसमें कूद पड़े है। उन्होंने नारायण मूर्ति का समर्थन करते हुए कहा कि उनके जैसे कई जन प्रतिनिधि रोज 12-15 घंटे काम करते हैं। उन्होंने एक्स पर कहा, मैं सप्ताह में 70 घंटे काम को लेकर नारायण मूर्ति के बयान पर मचे हंगामे को समझ नहीं पा रहा हूं कि इसमें क्या गलत है।
मनीष तिवारी ने कहा, हममें से कुछ जनप्रतिनिधि लोगों की सेवा करते हुए सप्ताह के सातों दिन 12-15 घंटे काम करते हैं। मुझे याद नहीं कि मैंने आखिरी बार रविवार की छुट्टी कब ली थी। रविवार को निर्वाचन क्षेत्र में कार्य दिवस भी होता है। मनीष तिवारी ने आगे कहा, “यदि भारत को वास्तव में सुपर पावर बनना है तो एक या दो पीढ़ियों को सप्ताह में 70 घंटे काम करने की नीति बनानी होगी। सप्ताह में 70 घंटे काम के साथ एक दिन छुट्टी और एक साल में 15 छुट्टियां बेहतर मानी जानी चाहिए।
इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने पिछले दिनों लोगों को सुझाव दिया था कि अगर भारत को ग्लोबल पावर से मुकाबला करना है तो युवाओं को हर हफ्ते 70 घंटे काम करना चाहिए। उन्होंने कहा था, “भारत की वर्क प्रोडक्टिविटी दुनिया में सबसे कम में गिना जाता है. जब तक हम इसमें सुधार नहीं करेंगे तब तक उन देशों के साथ कंपटीशन नहीं कर पाएंगे, जिन्होंने काफी प्रगति की है।