आसमानी आफत से चारों ओर तबाही

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गांव डूबे, घर बहे, पुल टूटे, वाहन दबे और लोग मरे

सीएम धामी ने खुद संभाली आपदा प्रबंधन की कमान
सात जिलों में स्कूल बंद, प्रशासन को किया अलर्ट

देहरादून। गांव डूबे, घर बहे, वाहन दबे, पुल टूटे और लोग मरे उत्तराखंड के कोने—कोने से आ रही खबरें मानसूनी आपदा के कहर बयां कर रही है। बीते तीन—चार दिनों से आसमान से बरसने वाली इस आपदा ने अब रौद्र रूप धारण कर लिया है। आने वाले 2 दिनों में राज्य के 3 जिलों में भारी से भी भारी बारिश का रेड अलर्ट और 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद आपदा प्रबंधन की कमान संभाल ली है।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को सतर्कता बरतने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने आज आईएसबीटी और चंद्रबनी क्षेत्र में जाकर खुद जलभराव की स्थिति का जायजा लिया और डे्रनेज सिस्टम में सुधार के लिए दिशा—निर्देश दिए।


उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग द्वारा राज्य की राजधानी दून, उत्तरकाशी, पौड़ी तथा टिहरी में आगामी 2 दिन भारी से भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ सहित कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश होने की बात कही है जिसके मद्देनजर शासन—प्रशासन अलर्ट मोड पर है। वहीं दूसरी तरफ बीती रात से राज्य में हो रही भारी बारिश से भारी तबाही की खबरें हैं। गौरीकुंड में नाले में आए उफान और कई स्थानों पर मार्ग बाधित होने से फिलहाल केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। सोनप्रयाग व गौरीकुंड में यात्रियों को रोका गया है।
उधर बीती रात गंगोत्री से लौट रहे चारधाम यात्रियों के तीन वाहन गंगनानी के पास पहाड़ से मलबा आने के कारण दब गए जिसमें 4 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई तथा कई घायल हो गए जिनको गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर मलारी घाटी में ग्लेशियर टूटने से 40 फुट लंबा पुल बाढ़ में बह गया जिससे दर्जन भर गांवों का संपर्क टूट गया है। मलारी राजमार्ग पर आवाजाही बंद हो गई है जबकि यहां आइटीबीपी व सेना के कई कैंप है। उधर रुद्रपुर में भारी बारिश से एक घर गिरने की खबर तथा उत्तरकाशी के नौगांव क्षेत्र में बिजली गुल हो गई है।
पिथौरागढ़ से प्राप्त समाचार के अनुसार यहां पुतीला गांव में काली नदी के कटान क्षेत्र में आने से दो घर नदी में समा गए हैं। राज्य के मैदानी जिलों में भी बारिश के कारण भारी तबाही हुई है हरिद्वार शहर में मूसलाधार बारिश के बाद कई क्षेत्रों में तीन—चार फुट जलभराव होने के कारण स्थानीय लोगों व कांवड़ियों को भारी मुश्किलें हो रही है। उधर शिमला हाईवे पर रामगढ़ में नदी में आए उफान में कई वाहनों के बह जाने की खबरें हैं। मार्ग की खराब स्थिति के कारण यहां ट्रैफिक को हरबर्टपुर से डायवर्ट करना पड़ा है।
कोतवाली पटेल नगर अंतर्गत आने वाले भूड़पुर गांव में चार से पंाच फुट तक पानी भर गया है जिसके कारण ग्रामीणों को छतों पर शरण लेनी पड़ी है अब इन्हें रस्सीयों के सहारे रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है। क्षेत्र वासी 20 सालों से यहां पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं। बारिश के कारण पूरे राज्य में हालात अत्यंत गंभीर हो चुके हैं कई प्रमुख राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों सहित 200 से अधिक सड़कों के बंद होने से जनजीवन ठप हो गया है।

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