गौरीकुंड हादसे में लापता लोगों की संख्या 20 हुई : सीएम धामी भी नहीं पहुंच सके गौरीकुंड

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  • आज एक भी लापता को नहीं तलाश सकी बचाव व राहत टीमें

रुद्रप्रयाग। गौरीकुंड भूस्खलन में लापता लोगों की संख्या अब 20 हो चुकी है खराब मौसम के बीच उन्हें ढूंढने में लगी बचाव व राहत टीमों की जद्दोजहद जारी है, यह अलग बात है कि कल बरामद किए गए 3 शवों के बाद अभी तक वह अन्य किसी लापता को तलाशने में सफल नहीं हो सकी है। लेकिन शासन—प्रशासन में बैठा कोई भी अधिकारी और नेता अभी तक गौरीकुंड पहुंचने का साहस नहीं दिखा सका है।
आज सुबह खबर आई थी कि सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रभारी मंत्री सौरव बहुगुणा गौरीकुंड जाकर स्थलीय हालात की जानकारी लेंगे लेकिन दोपहर तक खबर आई कि खराब मौसम के कारण उनका दौरा रद्द हो गया है और वह अब यही से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उधर प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा जिले के अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह बैरिकेडिंग से बाहर बनी दुकानों को तुरंत हटवाए। उनके इस निर्देश के बाद घटनास्थल के आसपास बनी दुकानों को भी अब खाली करा लिया गया है। जिससे आगे होने वाले किसी भी नुकसान से बचा जा सके।
लापता 17 लोगों की तलाश जारी जरूर है लेकिन अब इनमें से किसी के भी जीवित बचने की संभावना कम ही शेष बची है। बचाव व राहत कार्य में लगी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तथा आईटीबीपी की टीमें खराब मौसम के बीच ही लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं। संभावना यह जताई जा रही है कि मलबे के साथ यह लोग भी मंदाकिनी नदी में बह गए हैं क्योंकि अब तक मलबे से किसी को भी बरामद नहीं किया जा सका है। मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ने के कारण इन्हें ढूंढ पाना मुश्किल हो रहा है हालांकि मंदाकिनी को 3 सेक्टरों में बांटकर द्रोण के जरिए भी लापता लोगों को तलाशा जा रहा है। उफनती नदी और खराब मौसम के कारण बचाव राहत में भी मुश्किलें आ रही है।

  • बारिश मूसलाधार, पहाड़ का हाल—बेहाल
    देहरादून। आगामी 48 घंटे राज्य में भारी वर्षा के येलो अलर्ट के बीच बीती रात से कई जिलों में हो रही बारिश के कारण भारी तबाही की खबरें है। उत्तरकाशी से प्राप्त समाचार के अनुसार अराकोट चीमा मार्ग पर हुए भारी भूस्खलन के कारण 16 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है तथा बीते 16 घंटों से मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। उधर चकराता से प्राप्त समाचार के अनुसार यहां भी मूसलाधार बारिश से तबाही की खबरें हैं। नदी और नाले—खाले उफान पर हैं वही भूस्खलन से राज्य की ढाई सौ से अधिक सड़कें बाधित हैं। मौसम विभाग द्वारा 6 अगस्त से राज्य में भारी बारिश की संभावना जताते हुए दून और हरिद्वार सहित 8 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। शासन प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह अनावश्यक यात्रा न करें वही आपदा प्रबंधन टीमों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

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