हेलीकॉप्टर से लाया गया कपकोट
पोस्टमार्टम के बाद भेजा जाएगा कोलकाता
स्थानीय गाइड अभी भी लापता, तलाश जारी
बागेश्वर/देहरादून। सुन्दर ढूंगा ग्लेशियर में फंसे 6 में से पांच बंगाली पर्यटकों के शवों को आखिरकार आज बरामद कर लिया गया है जबकि जैकुली गांव का एक स्थानीय गाइड अभी भी लापता है। बरामद पांच शवों को हॉलिकॉप्टर से कपकोट लाया गया है जहां सरकारी स्वास्थ्य चिकित्सालय में उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
कोलकाता से आए यह पांच ट्रैकर्स बीते 18 अक्टूबर को सुन्दर ढूंगा ग्लेशियर पर लापता हो गए थे। जबकि इनके साथ गए चार अन्य पर्यटक सकुशल वापस लौट आए थे जिन्होंने प्रशासन को अपने पांच साथियों के ग्लेशियर में फंसने की जानकारी दी गई थी। बीते कल एनडीआरएफ की टीम ने इन पर्यटकों के शवों को देख लिया था जिनमें से तीन शव एक ही स्थान पर दिखे थे जबकि एक थोड़ी दूरी पर चोटी पर था व एक का शव खाई में पड़ा था। लेकिन इन शवों तक पहुंच पाना संभव नहीं था। आज शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पहले बर्फ पर अस्थाई हेलीपैड देवी कुंड में बनाया गया और एनडीआरएफ की टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार इन 5 पर्यटकों के शवों को हॉलिकॉप्टर से कपकोट ले आया गया है जहां उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। जिसके बाद इन शवों को कोलकाता भेजा जाएगा। जबकि जैकुली गांव निवासी एक स्थानीय गाइड का अभी तक कोई अता पता नहीं चल सका है। इससे पूर्व 11 अक्टूबर को उत्तरकाशी के हर्षिल से अपना ट्रैकिंग अभियान शुरू करने वाले पश्चिम बंगाल के 5 पर्वतारोहियों के शव 22 अक्टूबर को बरामद कर लिए गए थे जिन्हें बीते कल कोलकाता पहुंचाया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि लापता लोगों के शव बरामदगी के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। टै्रकिंग के दौरान बरती जाने वाली लापरवाहियों के कारण अब ट्रैकिंग के नियम में भी बदलाव किया जा रहा है। ट्रैकिंग पर जाने वालों के बारे में अब विभाग द्वारा जिला प्रशासन को इसकी पूरी जानकारी देनी होगी। इस बाबत उत्तरकाशी जिला प्रशासन शीघ्र ही नई एसओपी भी जारी करने जा रहा है।