रूस भारत का ‘सुख दु:ख का साथी’

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मॉस्को । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो रूस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, उन्होंने ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच रूस में भारतीय समुदाय को संबोधित किया है और उन्होंने रूस को भारत का ‘सुख दु:ख का साथी’ करार दिया है। पीएम मोदी ने रूस में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, कि कैसे भारत के बच्चे-बच्चे के मन में रूस के नाम का मतलब ‘भरोसा’ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह रूस की राजधानी में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और उनसे मिलने के लिए समय निकालने के लिए लोगों का आभार जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार तीसरी बार सरकार की बागडोर संभालने के बाद अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा में रूस में भारतीय प्रवासियों का अभिवादन करके खुशी जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि “मैं आप सभी का यहां आने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। मैं यहां अकेला नहीं आया हूं, मैं बहुत सारी चीजें लेकर आया हूं। मैं अपने साथ भारत की मिट्टी की खुशबू लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।” तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से एक महीने से ज्यादा समय बीतने का जिक्र करते हुए मोदी ने तीन गुना ताकत और तीन गुना गति से काम करने की कसम खाई। उन्होंने कहा, कि “सरकार का लक्ष्य भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना और गरीबों को 3 करोड़ घर उपलब्ध कराना है।”
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कि “आज का भारत जो लक्ष्य तय करता है, उसे हासिल करके रहता है। आज भारत वो देश है, जो चंद्रयान को चांद के उस हिस्से तक ले जा रहा है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया। आज भारत वो देश है, जो दुनिया को डिजिटल ट्रांजेक्शन का सबसे विश्वसनीय मॉडल दे रहा है। आज भारत वो देश है, जिसके पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। जब आप लोगों ने मुझे 2014 में पहली बार देश की सेवा करने का मौका दिया था, तब सैकड़ों स्टार्टअप थे, आज लाखों स्टार्टअप हैं।” उन्होंने आगे कहा, कि पिछले दस साल तो बस एक ‘ट्रेलर’ थे, और अगले दस वर्षों में भारत में विकास में और तेजी आएगी और सभी 140 करोड़ भारतीय एक विकसित भारत का सपना देख रहे हैं।

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