नई दिल्ली। बीते दिन बुधवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान उचित संसदीय प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को स्कूली शिक्षा दी। सांसद राहुल गांधी द्वारा एक अन्य सांसद को बोलने की अनुमति देने के बाद, स्पीकर ने कहा, “यह अनुमति देने वाले आप कौन हैं? आप अनुमति नहीं दे सकते, यह मेरा अधिकार है।
ओम बिरला ने आगे कहा, “आपके पास है किसी को अनुमति देने का अधिकार नहीं है। केवल कुर्सी के पास किसी को कोई भी अनुमति देने का अधिकार है।” कल राहुल गांधी जब सदन में मोदी सरकार पर हमलावर थे तो उन्होंने भाजपा सांसद कमलेश पासवान का भी नाम लिया। पासवना ने इसका विरोध किया और अपनी सीट से बोलने लगे। यह देख राहुल गांधी ने कहा, ”मैं एक लोकतांत्रिक व्यक्ति हूं और मैं दूसरे व्यक्ति को बोलने की अनुमति दूंगा।” उनके इस बयान पर चिढ़ते हुए अध्यक्ष बिड़ला से तीखी फटकार लगाई। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस नेता को यह कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए देखा गया, ‘भारत पर एक राज्य के रूप में शासन नहीं किया जा सकता। राजा किसी की नहीं सुनते।” वायनाड के सांसद ने दलित सांसद कमलेश पासवान का नाम भी लिया और जिन्होंने उनसे ठीक पहले सदन को संबोधित किया था।