July 3, 2024जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों को संवेदनशीलता से लेंः अंशुमान देहरादून। हाथरस की घटना के बाद पुलिस मुख्यालय सर्तक हुआ। अपर पुलिस महानिरीक्षक एपी अंशुमान ने सभी जनपद प्रभारियों को निर्देश दिये हैं कि जनपदों में आयोजित होने वाले कार्यव्रQमो को संवेदनशीलता से लिया जाये।आज यहां एपी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा समस्त परिक्षेत्र/जनपद प्रभारियों, पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था एवं पुलिस अधीक्षक, रेलवेज के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समय—समय पर आयोजित होने वाले विभिन्न मेले, धार्मिक आयोजन एवं अन्य अवसरों पर भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत जनपदों द्वारा की जा रही कार्यवाही की समीक्षा करने के उपरान्त निर्देश दिये गये कि भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत जनपदो में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को संवेदनशीलता से लिये जाने, आयोजन हेतु एनओसी दिये जाने से पूर्व थाना प्रभारी द्वारा स्वयं मौके पर जाकर आयोजन स्थल की भीड़ क्षमता, प्रवेश/निवासी द्वार, पार्किंग आदि का आंकलन करने के उपरान्त ही कार्यक्रम हेतु एनओसी दी जाये, के सम्बन्ध में समस्त थाना प्रभारियों को भली—भांति ब्रीफ कर निर्देशित किया जाये। उन्होंने कहा कि भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत जनपदों में आयोजित होने वाले विभिन्न मेले, धार्मिक आयोजन एवं अन्य कार्यक्रम अनुमति के उपरान्त ही आयोजित किये जाये, के सम्बन्ध में जनपद के समस्त थाना/चौकी प्रभारियों को भली—भांति ब्रीफ कर निर्देश निर्गत किये जाये। इसके साथ ही समस्त जनपद प्रभारी अपने—अपने जनपदों में होने वाले छोटे—बड़े आयोजनों के सम्बन्ध में एसओपी तैयार कर यथाशीघ्र पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध करायेंगे। तदोपरान्त पुलिस मुख्यालय द्वारा भीड़ प्रबन्धन हेतु एक विस्तृत एसओपी तैयार कर जनपदों को उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपदों में वर्ष में होने वाले समस्त मेले, त्यौहारों एवं अन्य अवसरों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का वार्षिक कैलेण्डर तैयार कर उसके अनुरुप समय से आवश्यक पुलिस प्रबन्ध सुनिश्चित कराये जाये। बिना अनुमति के आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के आयोजकों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि किसी भी मेले एवं धार्मिक आयोजनों की आयोजकों द्वारा 15 दिवस पूर्व अनुमति हेतु आवेदन किये जाने के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार—प्रसार कराया जाये। साथ ही प्रत्येक आयोजन में भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में पुलिस प्रबन्ध किये जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपदों में व्यवस्थापित आश्रमों एवं मठों के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उनके द्वारा वर्ष में आयोजित किये जाने वाले समस्त कार्यक्रमों का विवरण प्राप्त कर उसके अनुरुप समय से कार्यवाही सम्पादित कराना सुनिश्चित करें।
July 3, 2024उधमसिंहनगर। सड़क दुर्घटना में एक स्कूल बस ने 6 महिलाओं को कुचल दिया। जिनमें से एक की मौत हो गयी वही पांच गम्भीर रूप से घायल हुई है।सड़क दुर्घटना का यह मामला रुद्रपुर के काशीपुर रोड पर एलाइंस कॉलोनी के सामने घटित हुआ है। यहंा एक स्कूल बस ने अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी ऑटो का इंतजार कर रही महिलाओ को जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें छह महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां एक महिला को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
July 3, 2024रुद्रप्रयाग। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि आज 3 जुलाई को समय प्रातः 8 बजे ग्राम प्रधान रुमसी द्वारा सूचना दी गई कि रुमसी देवीदार तोक में बादल फटने के कारण स्कूल का रास्ता व कुछ खेतों में मलवा आया है।घटना की सूचना प्राप्त होते ही मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीन भटृ एवं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार तथा राजस्व उप निरीक्षक घटना स्थल के लिए रवाना हुए तथा घटना स्थल पर पाया कि देवधार में जूनियर हाईस्कूल का रास्ता एवं कतिपय कृषि भूमि का आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस घटना में किसी प्रकार से कोई जानमाल, जनहानि एवं पशु हानि नहीं हुई है।घटनास्थल पर पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने मुख्य कृषि अधिकारी, राजस्व उप निरीक्षक एवं खंड विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आंशिक रूप से क्षति हुई कृषि भूमि एवं जूनियर हाईस्कूल रास्ते का आंगणन प्रस्ताव आपदा प्रबंधन के तहत तैयार कर शीघ्रता से शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं तथा जूनियर हाईस्कूल के रास्ते में आए मलबे को तत्परता से हटाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
July 3, 2024राजनीति जन सरोकारो के लिए या फिर सिर्फ सत्ता के लिए यह सवाल हम यहां इसलिए उठा रहे हैं कि कल जब संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए बोल रहे थे और अपनी सरकार की 10 सालों की उपलब्धियों का बखान करते हुए यह बता रहे थे कि उनकी डबल इंजन सरकारों ने इंफ्रास्ट्रेक्चर के विकास में क्या कृतिमान स्थापित किए हैं, उस समय उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलरई गांव में आयोजित भोले बाबा के एक धार्मिक कार्यक्रम में मची भगदड़ से लोग मर रहे थे और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए चार एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं थी तथा मृतक और घायलों को लोग निजी वाहनों में लादकर जिस अस्पताल तक ले जा रहे थे वहां न कोई डॉक्टर था और न अस्पताल में दवायें थी। जिनकी सांसे चल भी रही थी उनकी सांस भी इलाज न मिल पाने के कारण थमती चली गई और मौत का आंकड़ा शाम होते—होते 100 के पार चला गया। इस दर्दनाक हादसे के घंटों बाद जब जिले के आला अधिकारी पहुंचे तो दुर्घटना के शिकार हुए लोगों व क्षेत्र वासियों ने उन्हें घेर लिया जो जांच की बात कहकर टाल—मटोल करने में लगे थे। भले ही यह एक दुर्घटना सही लेकिन देश की उन स्वास्थ्य सेवाओं और इंफ्रास्टे्रक्चर के विकास की कलई खोलने के लिए हाथरस की यह दुर्घटना बहुत काफी है। सरकार संसद में किस विकसित भारत का सपना लोगों को दिखा रही है। जहां लोगों को इलाज नहीं मिल सकता और अस्पतालों में डॉक्टर तक उपलब्ध नहीं है दावों और उपकरणों की तो बात ही छोड़िए उससे भी शर्मनाक बात यह है कि दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद भी प्रधानमंत्री का भाषण जारी रहता है और मरने वालों की सुध नहीं ली जाती है। जिस धर्म और आस्था के नाम पर राजनीति तो की जाती है उस समय अगर किसी धार्मिक कार्यक्रम में इतनी बड़ी दुर्घटना होने पर संसद का कार्यवाही और प्रधानमंत्री का भाषण जारी रहता है तो यह कैसी राजनीति है जिसका सरोकार जनता से नहीं सिर्फ चुनावी जीत तक ही सीमित होकर रह गया है। जिन्हें मरना था वह मर चुके हैं। जो घायल है उनके लिए 50 हजार और मृतक आश्रितों के लिए दो—दो लाख मुआवजे की घोषणा हो चुकी है। रही बात जांच की तो देश में आए दिन तमाम दुर्घटनाएं होती रहती है जिसके बाद जांच के सिवाय किया ही क्या जा सकता है। संसद में यह बता पाना कि हमारी इतनी राज्यों में सरकार है हम यहां जीते हम वहां जीते और लोगों ने हमें अगर तीसरी बार भी सत्ता में आने का जनादेश दिया है तो यह हमारी बड़ी उपलब्धि है लेकिन उस जनता का क्या जिसने आपको सत्ता में भेजा है उनकी जान माल की सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा? क्यों आज तक यह सुनिश्चित नहीं किया जा सका है कि इस तरह के हादसे फिर न हो। सवाल यह है कि इन मौंतो के लिए कौन जिम्मेदार है क्यों इतनी बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा होने दिया गया प्रशासन द्वारा उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए? क्यों घायलों को उचित इलाज नहीं मिल सका, क्या इन सवालों का जवाब देने के लिए कोई सामने आएगा?
July 2, 2024उधम सिंह नगर। उधम सिंह नगर के जिला आबकारी अधिकारी अशोक मिश्रा को 70000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ विजिलेंस की टीम के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। वह बकाया अधिभार की आड़ में किसी ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहे थे। कहा जा रहा था कि इसके बिना शराब के उठान का परमिट जारी नहीं किया जाएगा। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और जिला आबकारी अधिकारी को दबोच लिया। लंबे समय से आबकारी विभाग के कुछ अधिकारी वसूली का यह अभियान छेड़े हुए थे, जिसकी शिकायत लगातार सरकार और विजिलेंस तक भी पहुंच रही थी जिसका नतीजा है कि विजलेंस के द्वारा जिला आबकारी अधिकारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
July 2, 2024लखनऊ। यूपी के हाथरस के सिंकदराबाद में सत्संग में भगदड़ मच गई। भगदड़ दौरान 23 लोगों की मौत हो चुकी है। भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच जाने के कारण यह हादसा हुआ है। मरने वाले में कुल 19 महिलाएं भी शामिल है। एटा क़े सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने 23 डेड बॉडी की पुष्टि की। जिनमे 1 पुरुष, 19 महिलायें और 3 बच्चे शामिल हैं। हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थाना छेत्र क़े फुलरई गांव में चल रहे भोले बाबा क़े सत्संग में भगदड़ मच गई। इस दौरान अनेकों श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों की डेड बॉडी एटा मेडीकल कॉलेज पहुंची। राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि ये भोले बाबा क़े सत्संग में हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थाना छेत्र क़े फुलरई गाब में हादसा हुआ है जिसमे कई लोगों की मौत बताई जा रही है।