मुंबई। प्रसिद्ध भारतीय गायक और संगीतकार बप्पी लहरी का निधन हो गया है। मुंबई के एक हॉस्पिटल में बप्पी लहरी ने अंतिम सांस ली। उनकी उम्र करीब 69 वर्ष थी। बताया जा रहा है कि बप्पी लहरी का निधन रात करीब 11 बजे हुआ। कहा जा रहा है वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज क्रिटी केयर अस्पताल में चल रहा था।
हिंदी सिनेमा में ‘बप्पी दा’ के नाम से फेमस बप्पी लहरी ने महज तीन साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था और तभी से उन्होंने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था। गले में सोने की मोटी-मोटी चेन और हाथ में बड़ी-बड़ी अंगूठियां समेत सोने के ढेर सारे गहने पहनना उनकी पहचान थी। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड और म्यूजिक इंडडस्ट्री में शोक की लहर है।
बप्पी दा ने एक बंगाली फ़िल्म, दादू (1972) से अपने करियर की शुरुआत की और उन्हें हिंदी सिनेमा में पहला ब्रेक फिल्म नन्हा शिकारी (1973) में मिला जिसके लिए उन्होंने संगीत दिया था. ताहिर हुसैन की हिंदी फिल्म जख्मी (1975) ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया था। बता दें कि बप्पी दा की आवाज़ पर पूरी दुनिया झूमती है. वो इंडस्ट्री के पहले सिंगर हैं जिन्हें माइकल जैक्सन ने अपने पहले शो में बुलाया था।
बप्पी लहिरी को हर वक़्त सोने की चेन से लदा देखा जाता था, उनकी पहली चेन उनकी मां ने उन्हें गिफ्ट की थी वहीं दूसरी चेन उनकी पत्नी ने तोहफे में दी थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1986 में उन्होंने 33 फिल्मों में 180 गानें गाए. उनका ये रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।