हिंदुत्व के एजेंडे पर सवाल

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कहा जाता है कि समय ही सबसे बलवान होता है। 2014 के लोकसभा चुनाव जिसके चुनावी दौर में देश भर में अच्छे दिन आने वाले हैं हम मोदी जी को लाने वाले हैं कि अनुगूंज ने नरेंद्र मोदी को 2019 के चुनाव होने तक इतनी बुलंदियों पर पहुंचा दिया कि भाजपा के नेता मोदी है तो मुमकिन है के नारे के साथ मोदी को जीत की गारंटी मानने लगे। 2019 के प्रचार के दौरान चौकीदार चोर है का नारा देने वाले राहुल गांधी जिन्हें अब तक भाजपा पप्पू साबित कर चुकी थी और नेता राहुल व प्रियंका को बंटी बबली की जोड़ी बताने लगे थे को ऐसा जवाब दिया कि देशभर के लोग भी मैं भी चौकीदार हूूं की हुंकार के साथ मोदी के साथ खड़े हो गए। और भाजपा को 300 के पार पहुंचा दिया। तथा राहुल गांधी को राजनीति के अखाड़े से ही बाहर करने का पुख्ता इंतजाम कर दिया। विपक्ष विहीन संसद का मंसूबा और अबकी बार 400 पार के नारे के साथ पूरे लाव लश्कर के साथ 2024 के चुनाव में जाने वाली भाजपा ने कदाचित भी यह नहीं सोचा होगा कि समय के गर्भ में ऐसा कुछ भी पल रहा होगा जो उसकी तीसरी बार जीत कर सत्ता में आने की खुशियों पर कोई बड़ा ग्रहण भी लगा सकता है। कौन राहुल और कैसा राहुल कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के सामने नेता विपक्ष के रूप में खड़े राहुल गांधी अपने पहले ही भाषण में ऐसा कुछ कर गुजरेंगे कि प्रधानमंत्री से लेकर उनके तमाम दिग्गज मंत्री उनके सामने सफाईयंा पेस करते दिखेंगे और गृहमंत्री शाह स्पीकर से प्रोटेक्शन की गुहार लगाते हुए यह कहते दिखेंगे की यह कैसा सदन चला रहे हैं आप? यह सब कुछ उस समय का ही कमाल है जिसका जिक्र हमने शुरुआत में किया है। कल प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के सवालों का जवाब जिस अंदाज में अपने 2 घंटे के भाषण में दिया गया अब टीवी चैनलों पर इस पर बहस हो रही है कि किसमें है कितना दम? संसद में राहुल गांधी द्वारा दिए गए उस पहले नेता प्रतिपक्ष के भाषण को 6 लाख से अधिक लोगों ने सुना वही अखिलेश के भाषण को सुनने वालों की संख्या भी 3 लाख से ऊपर रही जबकि प्रधानमंत्री के भाषण सुनने वालों की संख्या हजारों तक ही सीमित रह गई। वह टीवी चैनल जो राहुल को कवर नहीं करते थे वह पत्रकार जो उनकी खबरों को कोई तवज्जो नहीं देते थे आज सभी उनकी तारीफों के पुल बांधने में जुटे हैं। संसद में भाजपा आरएसएस और प्रधानमंत्री को यह कहने वाले राहुल का सिर्फ वही अकेले हिंदू नहीं है और न ही वह हिंदुओं के ठेकेदार है उनके भाषण का 9 सेकंड की क्लिप को आधार बनाकर भाजपा ने जिस तरह हिंदू विरोधी और हिंदुओं का अपमान करने के आरोप लगाकर अभियान छेड़ने की कोशिश की गई उसे मीडिया और देश की जनता ने फुस्स कर दिया है क्योंकि जिसने भी उनका भाषण पूरा सुना है उसमें ऐसा कुछ है ही नहीं। भाजपा के इस कृत्य पर प्रियंका गांधी ने यहां तक कहा है कि भाजपा ऐसा करके खुद यह सिद्ध कर रही है कि वह वैसा ही कर रहे है जैसा राहुल कह रहे हैं। कुल मिलाकर आज स्थिति यह है कि देश का सोशल मीडिया मोदी के वर्तमान भाषण को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अब तक का सबसे घटिया भाषण बताया जा रहा है। भले ही मोदी अभी अगले 20 साल सत्ता में बने रहने का दावा कर रहे हैं लेकिन विपक्ष अब संसद में उन्हें गुजरात में भी हराने की चुनौती दे रहा है क्या यह बदलते वक्त की ताकत है या कुछ और यह समय ही बताएगा।

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