डीजीजीआई ने ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को भेजा 55,000 करोड़ का नोटिस

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नई दिल्ली। देश में ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग क्षेत्र में काम करने वाली करीब एक दर्जन कंपनियों को डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) ने प्री-शोकॉज नोटिस यानी पूर्व कारण बताओ नोटिस भेजा है। बड़ी बात ये है कि ये पूर्व कारण बताओ नोटिस करीब 55,000 करोड़ रुपये का है। इसमें कहा गया है कि फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम11 को करीब 25,000 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस दिया गया है जो शायद देश में दिया गया अब तक का सबसे बड़ा इनडायरेक्ट टैक्स नोटिस हो सकता है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक ये सूचना मिली है। इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्स का कहना है कि आने वाले हफ्तों में और कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने की आशंका है। इससे ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग कंपनियों को मिलने वाली जीएसटी डिमांड नोटिस का आंकड़ा बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है। अधिकारियों द्वारा डीआरसी-01 ए फॉर्म के जरिए देय टैक्स की सूचना जारी की जाती है और जीएसटी की भाषा में इसे पूर्व-कारण बताओ नोटिस कहा जाता है। यह आयकर विभाग द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी करने से पहले इश्यू किया जाता है। जिन कंपनियों को प्री-शोकॉज नोटिस जारी किया गया है उनमें प्ले गेम्स 24×7 और उसके सहयोगी और हेड डिजिटल वर्क्स भी शामिल हैं। हालांकि ये जानकारी उन लोगों के माध्यम से मिली है जो अपनी पहचान नहीं सामने लाना चाहते थे। हालांकि ड्रीम11 और हेड डिजिटल वर्क्स ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है। ईटी ने इस बारे में पूछताछ के लिए अन्य कंपनियों को जो ई-मेल भेजा उन्होंने भी अभी तक इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है।

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