- सात राज्यों की 13 सीटों पर होंगे चुनाव
- 15 जुलाई को मतगणना और चुनाव परिणाम
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव निपटने के बाद अब एक बार फिर उत्तराखंड में चुनावी कोलाहल शुरू होने वाला है। निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों सहित सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को चुनावी कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। जिसके अनुसार राज्य की रिक्त हुई दो विधानसभा सीट मंगलौर और बद्रीनाथ सीट के लिए 10 जुलाई को वोट डाले जाएंगे तथा 13 जुलाई को मतगणना होगी।
जिन सात राज्यों में उपचुनाव होना है उनमें उत्तराखंड की दो, पश्चिम बंगाल की चार, हिमाचल की तीन, तमिलनाडु की एक तथा बिहार व पंजाब की एक—एक सीट है। चुनाव आयोग द्वारा इसके लिए 14 जून को अधिसूचना जारी करने के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। है कार्यक्रम के अनुसार 21 जून को नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि होगी तथा 26 जून को नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। 10 जुलाई को इन सभी सीटों को भरने के लिए वोट डाले जाएंगे तथा 13 जुलाई को मत की गणना की जाएगी तथा इसी दिन चुनाव परिणाम आ जाएंगे।
जहां तक उत्तराखंड की बात है तो मंगलोर विधानसभा की सीट बसपा विधायक सरवत करीम के निधन के कारण खाली हुई थी जबकि बद्रीनाथ की सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी के इस्तीफा देने और भाजपा में चले जाने के कारण खाली हुई थी। इन दोनों ही सीटों पर गैर भाजपा सदस्यों का कब्जा था। अब भाजपा की कोशिश होगी कि वह उपचुनाव में जीत दर्ज कर अपने विधायक संख्या में वृद्धि कर पाए वहीं कांग्रेस जिसका की उपचुनाव में न जीत पाने का इतिहास रहा है इन दोनों सीटों पर जीत दर्ज करने का प्रयास करेगी मंगलोर सीट पर कांग्रेस के द्वारा काजी निजामुद्दीन को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है जबकि भाजपा करतार सिंह भडाना पर दांव खेल सकती है जहां तक बद्रीनाथ सीट की बात है तो उम्मीद यही है कि भाजपा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राजेंद्र सिंह भंडारी पर ही दांव लगायेगी जबकि कांग्रेस ने अभी उम्मीदवार का कोई नाम सामने नहीं रखा है।
बद्रीनाथ विधानसभा सीट में 210 पोलिंग बूथ बनाये जायेगें। बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर 1 लाख 2 हजार 145 मतदाता एंव 2566 सर्विस मतदाता है। मंगलौर विधानसभा सीट पर 1 लाख 19 हजार 930 मतदाता और 255 सर्विस मतदाता है।