संभल। उत्तर प्रदेश में बीते काफी दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। संभल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, संभल में एक संत प्रचंड गर्मी के दौरान आग के बीच तपस्या कर रहा था, तभी उसकी मौत हो गई। जब संत तपस्या कर रहा था, उस वक्त उसने अपने चारों तरफ आग लगा रखी थी और वह आग के बीच बैठकर तपस्या कर रहा था। हालांकि इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि इस तपस्या की अनुमति उस संत को स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई थी। जिस साधु की मौत हुई है उसकी उम्र करीब 70 साल थी। स्थानीय लोगों की मानें तो साधु तीन दिनों से अपनी तपस्या कर रहा था। लेकिन प्रचंड गर्मी के बीच 46 डिग्री तापमान को नहीं सहन कर पाया और संत की तपस्या के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ी और उसके कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। जिस संत की मौत हुई है वह अमेठी के रहने वाले थे। वह कमलीवाले पागल बाबा के नाम से जाने जाते थे और कैला देवी थाना के बेनीपुर में पंचाग्नि तपस्या कर रहे थे। संत की ये तपस्या 23 मई को शुरू हुई थी और यह तपस्या 27 मई तक होने वाली थी। लेकिन इसी बीच तपस्या के दौरान उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों की मानें तो संत ने संभल के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट विनय कुमार मिश्रा ने मंजूरी दी थी। उन्होंने घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि रविवार को संत की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद संत को ग्रामीण लेकर अस्पताल गए थे, हालांकि डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि में राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान और विश्व शांति जगत कल्याण के साथी गोरक्षा के लिए संत तपस्या कर रहा था।