रक्षा मंत्री ने रखी सैन्य धाम की नींव

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महकेगी उत्तराखण्ड के शहीदों के घर की माटी
दो साल में बनकर तैयार होगा राज्य का पांचवा धाम

देहरादून। उत्तराखंड का पांचवा धाम सैन्य धाम, जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री मोदी ने की थी आज उसे धरातल पर उतारते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुनियाल गांव में सैन्य धाम की नींव रखी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ थे।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद वही होता है जिसके अंदर राष्ट्रीय सम्मान की भावना होती है। उन्होंने इस अवसर पर स्वतंत्रता के उस इतिहास के पन्ने भी पलटे जिसमें चंद्रशेखर आजाद को दुश्मनों की गोली से मरना मंजूर नहीं था इसलिए जब उनके पास सिर्फ एक गोली बची तो उसे स्वयं के बलिदान के लिए इस्तेमाल किया तथा अशफाक उल्ला का जिक्र करना भी वह नहीं भूले जिन्होंने कहा कि मेरी मां को मेरा संदेश दे देना कि उनके बेटे ने अपने देश की माटी से शादी कर ली है और फांसी के फंदे पर लटक गए। उन्होंने कहा कि यही है राष्ट्रीय स्वाभिमान जिस पर देश के युवा सैनिक अपना सब कुछ लुटा देते हैं और शहीद हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सैन्यधाम प्रधानमंत्री मोदी का सपना है जिसे पूरा करने के लिए मैं उत्तराखंड की सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देता हूं। यहां 1734 शहीदों के घर के आंगन की मिटृी लाई गई है उस आंगन की मिटृी जहंा इन शहीदों की किलकारियां गूंजी, जहां उनके अपनों ने उन्हें घुटनों पर चलते देखा। अब इन शहीदों के आंगन की मिटृी इस सैन्य धाम में महकेगी। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान का कोई मोल नहीं हो सकता। हमने अभी—अभी एक दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य कई सेना अधिकारियों को खोया है। उनको जो भी जिम्मेवारी सौंपी गई उन्होंने अपनी पूरी निष्ठा के साथ पूरा किया उनके जाने से देश को भारी क्षति हुई है। लेकिन जनरल रावत कहीं गए नहीं हैं वह हमारे बीच मौजूद है। उन्होंने कहा कि यह सैन्य धाम मात्र एक स्मारक नहीं बनना चाहिए। यह वास्तव में उत्तराखंड का पांचवा धाम ही बनना चाहिए उन्होंने विश्वास दिलाया कि जब यह सैन्यधाम बन जाएगा तब यहां जो भी आएगा यहां से राष्ट्रभक्ति की एक भावना लेकर जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सैन्य सम्मान को लेकर हमेशा सजग रही है। 40 साल से लटका वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा मोदी ने ही हल किया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने भी अपने संबोधन में सैनिक कल्याण के प्रति समर्पित रहने तथा सैनिक पुत्र होने के नाते सैन्य परिवारों की समस्याओं से अवगत होने की बात कही। इस अवसर पर सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पांच बीघे में बनने वाले इस सैन्यधाम पर 63 करोड़ की लागत आएगी तथा यह दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। जिसमें म्यूजियम, थियेटर तथा अमर जवान ज्योति भी होगी। उन्होंने कहा कि परिसर में बाबा हरभजन सिंह व बाबा निर्मल का मंदिर भी होगा। इस अवसर पर अनेक शहीद परिवार भी मौजूद रहे।

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