कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दिग्गज टीएमसी नेता तापस रॉय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी पर खुद की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि 12 जनवरी को ईडी की कार्रवाई का बाद से पार्टी संगठन के किसी नेता ने उनकी सुध नहीं ली। टीएमसी से इस्तीफा देने बाद पश्चिम बंगाल के दिग्गज तापस रॉय ने इसके पीछे पार्टी पर उनकी उपेक्षा का आरो लगाते हुए कहा,मैंने इस्तीफा दिया क्योंकि मुझे लगा कि इस पार्टी में मेरा सम्मान नहीं है, कई बार ऐसी परिस्थितियां आईं जब मुझे ऐसा महसूस हुआ। 12 जनवरी को ईडी की टीम मेरे घर पहुंची, इस घटना को कई दिन हो गए हैं, जगह लेकिन पार्टी से कोई सहानुभूति या सहयोग नहीं मिला…। इस्तीफे के साथ ही तापस रॉय की पार्टी के खिलाफ संदेशखाली मुद्दे पर नाराजगी वक्त की थी। उन्होंने टीएमसी की कार्यप्रणाली और मुद्दे से निपटने के तरीके पर सवाल उठाए। इससे पहले टीएमसी पर लगे आरोपों को लेकर मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए तापस रॉय ने बताया ने पार्टी और सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के इतने सारे आरोपों से तंग आ चुके थे। वहीं दूसरी ओर रॉय के इस्तीफे के साथ ही पार्टी की ओर से उन्हें मनाने की कोशिशें भी तेज हो गईं। वरिष्ठ टीएमसी नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु सोमवार को सुबह ही उनके घर पर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बन पाई। बता दें कि तापस रॉय का पार्टी में कुछ दिनों से टकराव चल रहा था। उत्तरी कोलकाता से टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के साथ विवादों की भी चर्चा है।