- सिक्स सीटर वाहन में आखिर कैसे सवार थे दस लोग?
देहरादून। ऋषिकेश चीला रेंज में बीती शाम हुए हादसें में पार्क प्रशासन व संबन्धित वाहन कम्पनी की लापरवाही की बात सामने आ रही है। वाहन में क्षमता से अधिक लोग बैठे थे जबकि ट्रायल में आये वाहन का टायर फटना समबन्धित वाहन कम्पनी की लापरवाही ही दर्शाता है। हादसें में चार वन अधिकारियों की जान चली गयी है साथ ही पांच घायल व एक महिला वन्य जीव प्रतिपालक लापता है।
सोमवार शाम करीब पांच बजे ऋषिकेश से 15 किलोमीटर आगे चीला जल विघुत गृह के समीप हुए इस हादसे ने नियमों के पालन में लापरवाही की पोल खोलकर रख दी है। हैरानी की बात यह है कि बैंगलूर की जिस कम्पनी (प्रवेग डायनामिक्स) से यह एसयूवी वाहन पार्क प्रशासन द्वारा खरीदा गया है। उस कम्पनी की वेबसाइड में इसे साफ तौर पर सिक्स सीटर वाहन बताया गया है। जिसमें चार सीटे आगे है जबकि दो पीछे कैप्टन सीट है। लेकिन इस हादसे के समय वाहन में दस लोग सवार थे। जो नियमो की लापरवाही दर्शाने के लिए काफी है। दूसरी बड़ी बात यह है कि कम्पनी की ओर से पार्क प्रशासन को भेजे गये इस एसयूवी वाहन का टायर सिर्फ ट्रायल के दौरान ही कैसे फटा? यह जंाच का विषय है। हादसे में यह बात भी सामने आयी है कि दुर्घटनाग्रस्त हुए इस वाहन का अभी परिवहन विभाग में पंजीकरण भी नहीं हुआ है।
हालांकि अब इस मामले में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये है। वन मंत्री का कहना है कि जो वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुआ है उसका पहले भी ट्रायल हो चुका था बावजूद इसके दुर्घटना कैसे हुई इसकी विशेष जांच करायी जायेगी।