दोनों गुट आमने—सामने, पुलिस बल तैनात
देहरादून। उत्तराखण्ड व्रQांति दल के दो फाड हो गये जोकि खुलकर जनता के सामने आया और दोनों गुट कार्यालय से सडक पर आ गये और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और दोनों को अलग कर दिया।
आज यहां उत्तराखण्ड व्रQांति दल के शिवप्रसाद सेमवाल गुट का प्रस्तावित अधिवेशन कचहरी रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में होना तय था तथा इसके लिए शिवप्रसाद सेमवाल व उनके समर्थक वहां पर एकत्रित होने शुरू हो गये। इसी दौरान काशीसिंह ऐरी गुट के लोग भी वहां पर पहुंच गये। उनका कहना था कि अधिवेशन नवम्बर दिसम्बर में किया जायेगा और वह फर्जी तरीके से अधिवेशन कर रहे हो जिसका वह विरोध करते हैं। जिसके बाद दोनों गुट आमने सामने आ गये और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धक्का मुक्की शुरू हो गयी। हंगामे की सूचना मिलते ही काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ शिवप्रसाद सेमवाल गुट का कहना था कि 24, 25 जुलाई को दल का स्थापना दिवस है और प्रत्येक वर्ष इस दिन उव्रQांद का अधिवेशन इसी दिन होता है जिसके चलते उन्होंने 24 व 25 जुलाई को अधिवेशन की घोषणा पूर्व में ही कर दी थी, इनको उस दिन विरोध करना चाहिए था आज जब उनको अधिवेशन करना था तो इन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने दोनों गुटों को अलग—अलग कर दिया। देर सांय तक हंगामा चलता रहा तथा काफी संख्या में लोग उव्रQांद कार्यालय के बाहर खडे दिखायी दिये।
उत्तरखण्ड व्रQांति दल में दो फाड हो चुके हैं। इसकी सुगबुगाहट तो काफी समय से चली आ रही थी। स्थानीय दल होने के चलते जिस तरह से इसको आगे बढना चाहिए था वह इसका नेतृत्व करने वाले नहीं कर सके। लेकिन आज जब यह अंदर की कलह बाहर सडकोें पर दिखायी दी तो लोगों को विश्वास हो गया कि उव्रQांद में गुटबाजी पूरी तरह से हावी हो चुकी है। सडक पर जिस तरह से उव्रQांद नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते दिखायी दिये जिससे आम जनता को भी इनके कलह के बारे में सच्चाई का पता चल गया है। देर सांय तक काशीसिंह ऐरी गुट कार्यालय के अन्दर बैठा था तथा शिवकुमार सेमवाल अपने समर्थकों के साथ कार्यालय के बाहर खडे थे तथा एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए दिखायी दिये।