June 30, 2024वर्ष 2023 में 22 अप्रैल को हुई थी यात्रा शुरू, 30 जून तक पहुँचे थे लगभग इतने ही यात्रीइस वर्ष 10 मई को कपाट खुलने के बाद अब तक 50 दिन में ही पहुँचे लगभग 30 लाख श्रद्धालुदेहरादून। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में अपार उत्साह नजर आ रहा है। इस वर्ष चारधाम यात्रा प्रारंभ हुए लगभग 50 दिन ही हुए हैं और इन 50 दिनों में ही अब तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चारधामों के दर्शन कर चुके हैं। जबकि वर्ष 2023 में 30 जून तक यानि 68 दिनों में लगभग 30 लाख श्रद्धालु दर्शनों के लिए आये थे। सुगम, सुरक्षित व निर्बाध चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर उत्तराखंड सरकार निरंतर प्रयासरत रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष जनवरी माह से ही चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु बैठकों के साथ ही स्थलीय निरीक्षण आदि का दौर शुरू कर दिया था। उनके द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि यात्रा को बेहद गंभीरता से लिया जाए। 10 मई को जब इस बार चारधामों के कपाट खुलने का सिलसिला प्रारंभ हुआ तो पहले दिन से भारी संख्या में देश-दुनिया से यात्री दर्शनों के लिए पहुँचे। यात्रा की शुरुआत में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ठीक लोकसभा चुनाव के बीच व्यवस्थाओं की कमान अपने हाथ ली तो महज हफ्ते भर में व्यवस्थाएं सुचारू हो गईं। मुख्यमंत्री ने अफसरों को स्पष्ट सन्देश दिया कि यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। नतीजा, चारों धामों में यात्रा सुचारू रूप से चलने लगी तो देश दुनिया से हर दिन बड़ी संख्या में यात्री दर्शनों के लिए पहुँच रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो मालूम होता है कि इस वर्ष 10 मई को कपाट खुलने से लेकर 30 जून तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चार धामों में आ चुके हैं जबकि गत वर्ष 22 अप्रैल को कपाट खुले थे। यानी लगभग 18 दिन पहले। बावजूद 30 जून तक लगभग 30 लाख यात्री पहुँचे थे।
June 30, 2024देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में जन समस्याएं सुनी। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जन समस्याओं के जल्द निराकरण के लिए समस्या या शिकायत जिस विभाग से सबंधित है, शीघ्र सबंधित विभाग को भेजकर उस पर की गई कार्यवाही की भी जानकारी ली जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिस समस्या का समाधान थाना, तहसील एवं जिला स्तर पर हो सकता है, वे समस्याएं अनावश्यक रूप से शासन स्तर पर न आये। इस प्रकार की शिकायते आने पर उन्होंने सबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के भी निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री के समक्ष लोगों ने स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, आर्थिक सहायता, विद्युत, जमीन से संबंधित मामलों एवं अन्य समस्याएं रखी। मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं, कि वे नियमित तहसील दिवस और बीडीसी की बैठकों का आयोजन करवायें। इन बैठकों में सभी वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में 01 घण्टा जन समस्याओं को सुनने के भी निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये हैं। इस अवसर पर आईजी गढ़वाल के.एस.नगन्याल, अपर सचिव संजय टोलिया, अपर जिलाधिकारी देहरादून जय भारत सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
June 30, 2024देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को बौद्ध, मठ क्लेमनटाउन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात का 111वां संस्करण सुना। मन की बात कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की बात कही। विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरूआत की गई। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से आह्वाहन किया कि इस मानसून सीजन में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण और संर्वद्धन में अपना योगदान अवश्य दें। वृक्षारोपण के साथ जल संचय की दिशा में भी योगदान देने के लिए उन्होंने प्रदेश की जनता से आह्वाहन किया है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में तिब्बती समुदाय के लोगों से भी अनुरोध किया कि वृक्षारोपण और जल संचय के अभियान में वे भी सक्रिय भागीदार बनकर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में सबको सामुहिक प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का कार्य किया। 10वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर अनेक देशों में योग के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। दुनिया में योग करने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि योग और आयुर्वेद की भूमि है। स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कर्मयोगी के रूप में भारत को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। भारत की सोच हमेशा से विश्व बंधुत्व की रही है। इस अवसर पर विधायक श्री विनोद चमोली, भाजपा के महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
June 30, 2024-खनन नीति में पारदर्शिता से सरकार ने पिछले वर्ष कमाए 645 करोड़-इस वित्तीय वर्ष के तीन माह में अभी तक मिल चुका रिकॉर्ड 270 करोड़ का राजस्व-नीति में सरलीकरण, ई निविदा, ई नीलामी और राजस्व वसूली से बढ़ रहा राजस्व-सरकार की नई खनन नीति से अवैध खनन के परिवहन, भंडारण पर लगी प्रभावी रोकदेहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार का सरलीकरण से समाधान मंत्र और पारदर्शी खनन नीति का असर राज्य के खनन विभाग पर दिख रहा है। पिछले लंबे समय से राजस्व लक्ष्य के आधे में हांफने वाले खनन विभाग ने इस साल पहली तिमाही में ही पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ कर 270 करोड़ की रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त की है। यह अवैध खनन के परिवहन और भंडारण पर प्रभावी रोक और खनन पट्टों के आवंटन में ऑनलाइन व्यवस्था से संभव हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार राज्य के राजस्व में बढ़ोत्तरी को लेकर नित नये फैसले और योजनओं पर काम कर रही है। उप खनिज को लेकर भी सरकार ने ठोस उप खनिज परिहार नियामवली लागू कर राज्य में सरलीकरण से समाधान, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार रोकने के लिए खनन पट्टों का आवंटन के लिए ई निविदा, सह ई नीलामी से लेकर प्रवर्तन दलों से अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर प्रभावी रोक लगाने की नीति बनाई। इसके अलावा राज्य के चार जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में निविदा के माध्यम से आवंटित कम्पनी को राजस्व वसूली की जिम्मेदारी दी है। नतीजन, खनन विभाग की कार्यप्रणाली से लेकर राजस्व लक्ष्य में बेहतर सुधार दिखने लगे। खासकर विभाग को दिए गए 875 करोड़ के राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष 2022-23 में 472.25 करोड़ तो 2023-24 में 645.42 करोड़ प्राप्त हुआ। इन दो वित्तीय वर्ष के राजस्व की तुलना करें तो विभाग ने 2023 में एक साल के भीतर ही 173.17 करोड़ ज्यादा राजस्व के साथ 40 फीसद इजाफा किया है। राजस्व इजाफे का यह सिलसिला जारी है और इस साल प्रथम तिमाही ( अप्रैल से जून) में ही विभाग ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ कर रिकॉर्ड 270 करोड़ के साथ तीन सालों की तुलना में 53 फीसद अधिक राजस्व प्राप्त किया है। खनन निदेशक राजपाल लेघा ने बताया कि पिछले तीन साल के प्रथम तिमाही में 2022-23 में 136.18 करोड़, 2023-24 में 177.27 करोड़ तो चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में रिकॉर्ड 270 करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त हो गया है। इससे वित्तीय वर्ष के लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष में और प्रभावी रूप में अवैध खनन पर कार्रवाई करते हुए पारदर्शिता के साथ सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।
June 30, 2024देहरादून। एक सप्ताह के चतुर्थ वर्ल्ड पीस मिशन के सफल आयोजन के बाद अभियान संयोजक आचार्य डा0 बिपिन जोशी देहरादून पहुंच गए हैं,उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए आज पौराणिक श्री टपकेश्वर महादेव, माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर, श्री धोलेश्वर महादेव मंदिर ग्राम धोलास में विशेष पूजा अर्चना कर ईश्वर का धन्यवाद व्यक्त किया साथ ही टपकेश्वर महादेव के श्री महंत 108 कृष्णा गिरी जी महाराज से शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया। डा0 जोशी ने थर्ड योगासन स्पोर्ट्स कप का दीप, प्रज्वलित कर शुभारंभ किया और विश्व के कई देशों से पधारे योग साधकों को उत्तराखंडी टोपी, राम नामी दुपट्टा और चार धाम का प्रसाद और रुद्राक्ष मालाऐं भेंट की और देवभूमि उत्तराखंड आने का निमंत्रण भी दिया, साथ ही राज योग केंद्र दुबई में जोशी ने वे ऑफ लाइफ ( जीवन की राह) पर साधकों का मार्गदर्शन भी किया, जोशी का जोरदार अभिनंदन और स्वागत किया गया , जोशी ने बी ए पी एस मंदिर आबू धाबी में विशेष पूजा अर्चना की और सायंकाल आरती में मुख्य यजमान रहे मंदिर के प्रमुख संतों को चतुर्थ विश्व शांति अभियान का स्मृति चिह्न मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम के चरण चिन्ह भेंट किए गए, साथ ही दुबई के अन्य मंदिरों, गुरुद्वारों के संचालकों,पुजारियों, और ग्रंथियों से अप्रवासी लोगों को भारतीय संस्कृति संस्कारों और रीति रिवाजों से जोड़ने पर गहन चिंतन मंथन किया गया, जोशी से मुलाकात करने वाले प्रमुख लोगों में उत्तराखंडी समुदाय के अध्यक्ष देवेंद्र कोरंगा, महासचिव संजय थापा,समाजसेवी और अभियान संयोजक सागर खरबंदा, थर्ड योगासन स्पोर्ट्स कप के संयोजक नीरज सोंधी, उत्तराखंडी उद्योगपति हेम बृजवासी, गिरीश बेलवाल, पंडित ललित जोशी,रविन्द्र भंडारी, कुणाल भंडारी आदि प्रमुख रहे।
June 30, 2024अनिल वर्मा को गर्ल्स बटालियन ने “रक्तदाता मानवता सम्मान” से किया सम्मानित देहरादून। यूथ रेडक्रास सोसायटी द्वारा एन सी सी की 11- यू के गर्ल्स बटालियन के एस बी एस यूनिवर्सिटी बालावाला में जारी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में विशेष कार्यक्रम के तहत् श्री महन्त इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक के सहयोग आयोजित रक्तदान शिविर में कुल 59 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस अवसर पर यूथ रेडक्रास के रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा को 155 बार रक्तदान करने हेतु गर्ल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफीसर कर्नल ओ पी पाण्डेय तथा प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता द्वारा ” रक्तदाता मानवता सम्मान” से नवाजा गया।शिविर का उद्घाटन कैम्प कमांडेंट कर्नल ओ पी पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता, यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा, मेजर प्रेमलता वर्मा, तथा ब्लड बैंक को-ऑर्डिनेटर अमित चंद्रा व बिपिन कुमार ने फीता काट कर किया।रक्तदान का शुभारंभ कमान अधिकारी कर्नल पाण्डेय तथा एम के पी कालेज की कैडेट प्रतिभा चौहान ने सबसे पहले रक्तदान करके छात्राओं को रक्तदान हेतु प्रेरित करने से हुआ । तत्पश्चात सीनियर जी सी आई मंजू कैंतुरा, सिव्या रस्तोगी तथा पूनम जोशी के नेतृत्व में 59 छात्रा कैडेटों व अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया।इससे पूर्व विचार गोष्ठी में छात्राओं को संबोधित करते हुए बतौर रक्तदाता प्रेरक अनिल वर्मा ने कहा कि रक्तदान समाज सेवा का सबसे सरल व सर्वोत्तम माध्यम है। ईश्वर द्वारा प्रदत्त रक्त की कुछ बूंदें तथा थोड़ा सा वक्त निकालकर हम किसी व्यक्ति को जीवनदान दे सकते हैं।एक व्यक्ति एक बार रक्तदान करके कम से कम तीन से चार मरीजों का जीवन बचा सकता है। उसके परिवार की निराशा को आशा और खुशियों में बदल सकता है।डॉ० कार्ल लैण्डस्टीनर अवाॅर्डी अनिल वर्मा ने “थैलीसीमिया मुक्त भारत” बनाने के लिए आनुवांशिक गंभीर रक्त रोग थैलीसीमिया के प्रति छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि प्रत्येक लड़के – लड़की को आपस में विवाह का निर्णय लेने से पूर्व दोनों की थैलीसीमिया जांच जरूर करा लेनी चाहिए ताकि शादी के बाद होने वाला बच्चा थैलीसीमिया से अभिशप्त पैदा न हो।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कर्नल पाण्डेय ने कहा कि रक्तदान करने के लिए स्वस्थ होना जरूरी है। आजकल अधिकतर युवा लड़के – लड़कियों का हीमोग्लोबिन बहुत कम पाया जाता है। इसका मुख्य कारण उनका खान-पान, आराम पसंद लाईफ स्टाइल तथा व्यसनों में लिप्त रहना है। छोटी उम्र में ही बच्चे हृदय रोग, पेट के रोग, हाई ब्लड शुगर, कैंसर अथवा अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। विशेषकर शहरों में रहने – पढ़ने वाले 22 % लड़के व 19 % लड़कियां मोटापे की बीमारी से ग्रस्त हैं। अभी भारत में 14.4 मिलियन बच्चे मोटापे के शिकार हैं जबकि 2025 तक 17 मिलियन हो जायेंगे। ऐसे युवा रक्त देने में चाहते हुए भी असमर्थ होते हैं। अतः सबसे पहले युवाओं को जंक फूड, फास्ट फूड त्याग कर कम कैलोरी वाला भोजन फल, हरी सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स तथा स्वस्थ सादा ताजा भोजन करना चाहिए इसके बाद स्वस्थ होकर स्वेच्छापूर्वक रक्तदान करना चाहिए।शिविर संचालक प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता ने कहा कि आज भी समाज में रक्तदान को लेकर अनेक अन्धविश्वास हैं , जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। रक्तदान करते रहने से तो शरीर उल्टा अनेक प्रकार की बीमारियों से बचा रहता है। शरीर में नये रक्त का संचार होता है जिससे शरीर में ऊर्जा और स्फूर्ति बनी रहती है। उन्होंने रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान की सराहना की।इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष कमांडिंग ऑफिसर कर्नल ओ पी पाण्डेय तथा प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता द्वारा रक्तदान शिविर संयोजक यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा को रक्तदान के क्षेत्र में अति विशिष्ट योगदान के लिए “रक्तदाता मानवता सम्मान ” पत्र तथा “गोल्ड मेडल” प्रदान करके विभूषित किया गया।यूथ रेडक्रास कमेटी की तरफ से चेयरमैन अनिल वर्मा ने शिविर अध्यक्ष कर्नल पाण्डेय को शिविर की सफलता हेतु देश की शान तिरंगा पटका पहनाकर व बैज लगाकर सम्मानित किया।रक्तदान शिविर के कुशल संचालन में मेजर शशि मेहता , लेफ्टिनेंट विजय लक्ष्मी, सूबेदार मेजर राकेश सिंह , सू० मे० लक्ष्मण सिंह, तीनों सीनियर जी०सी०आई० मंजू कैंतुरा, सिव्या रस्तोगी, पूनम जोशी, सेकेंड ऑफीसरों चैतन्या, प्रियंका जायसवाल, थर्ड आफीसर प्रियंका नेगी, सी० टी० प्रिया काम्बोज, श्री महंत इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक को-आर्डिनेटर अमित चंद्रा,सहायक बिपिन, नेहा, नितिन,धीर सिंह व विवेक मौर्य ने विशेष सहयोग प्रदान किया। धन्यवाद ज्ञापन यूथ रेडक्रास की मेजर प्रेमलता वर्मा ने किया।