यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के 188 लोगों की सूची जारी

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सीएम धामी ने परिजनों से की धैर्य रखने की अपील
सभी की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार प्रयासरत

देहरादून। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के कारण भारत के 18 हजार से अधिक लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जिन्हें वापस लाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार द्वारा अपने राज्य के लोगों के बारे में जो जानकारी जुटाई गई है उसके अनुसार अब तक 188 लोगों की सूची तैयार की गई है जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इनमें अधिकांश ऐसे छात्र—छात्राएं हैं जो डॉक्टरी की पढ़ाई करने गए हुए थे।
उत्तराखंड शासन द्वारा आज राज्य के 188 लोगों की सूची जारी की गई है। जिसमें राजधानी दून के सर्वाधिक 39 छात्र—छात्राएं हैं। वहीं इस सूची में हरिद्वार के 35 व टिहरी के 11 तथा उत्तरकाशी के 7, रूद्रप्रयाग के 5, पौड़ी के 19 तथा चमोली के 2 छात्रों के अलावा अन्य जिलों के छात्र भी शामिल है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते कल तक राज्य सरकार के पास सिर्फ 89 लोगों की जानकारी थी। लेकिन सरकार द्वारा राज्य के तमाम जनपदों से आ रही खबरों के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया तथा सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को पत्र भेजकर डाटा जुटाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद तमाम लोगों द्वारा सरकार को दी गई सूचनाओं के आधार पर अब तक 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी सामने आई है जिसमें अभी कुछ बढ़ोतरी भी हो सकती है।
यूक्रेन में फंसे अपने बच्चों की सुरक्षित वापसी को लेकर अभिभावकों द्वारा तमाम तरह की चिंताएं जताई जा रही है यह अभिभावक राज्य और केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। सरकार भी इस समस्या को लेकर गंभीरता से आगे बढ़ रही है। हालांकि यूक्रेन का एयर स्पेस बंद होने के कारण इसमें कुछ दिक्कतें भी आ रही हैं लेकिन यूक्रेन की सीमा से सटे देशों के जरिए इन छात्रों को वापस सुरक्षित लाने के प्रयास जारी हैं। कुछ छात्रों को लाया भी जा चुका है। लेकिन अभी बड़ी संख्या में छात्र वहां फंसे हुए हैं जिनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं की जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा है कि वह और उनकी सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तथा विदेश मंत्रालय और केंद्रीय नेताओं से वह लगातार संपर्क बनाए हुए हैंं। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों की सुरक्षित वापसी होगी घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बातचीत की है। उनका कहना है कि परिजनों को भी धैर्य रखने की जरूरत है। केंद्र सरकार द्वारा सभी को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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