- ‘हिंसा को सही ठहराने के लिए कोई दलील स्वीकार नहीं की जा सकती’
वाशिंगटन। अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों हाल के दिनों में भारतीय छात्रो पर हुए हमलों पर व्हाइट हाउस ने निंदा की है। भारतीय अमेरिकी समुदाय और भारतीय समुदाय के छात्रों पर हुए हमलों के बारे में पूछे जाने पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मीडिया से कहा कि ‘हिंसा को सही ठहराने के लिए कोई दलील स्वीकार नहीं की जा सकती। धर्म, लिंग या किसी आधार पर इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह अमेरिका में अस्वीकार्य है।’ किर्बी ने कहा, ‘इस तरह के हमलों को रोकने के लिए राष्ट्रपति और उनका प्रशासन काफी तत्परता एवं गंभीरता से काम कर रहा है। स्थानीय अधिकारियों को ऐसे हमलों को टालने के लिए निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को साफ निर्देश हैं कि यदि कोई इस तरह की हिंसा करता है या नुकसान पहुंचाने का इरादा रखता है तो कानूनी रूप से उसकी जवाबदेही तय की जाए।’ रिपोर्टों की मानें तो पिछले कई सप्ताह में हुए हमलों में कम से कम चार भारतीय अमेरिकी छात्रों की जान गई है। भारतीय छात्रों पर हुए हमलों एवं उनकी मौत पर वहां पढ़ाई करने वाले छात्र दहशत में हैं। वे डर के साए में जी रहे हैं। छात्रों पर हुए हमलों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गत आठ फरवरी को कहा कि पांच भारतीय छात्र हैं जिनकी मौत हुई है। इनमें भारतीय प्रवासी छात्र भी शामिल हैं। इन पाचों में से दो भारत के नागरिक हैं और बाकी तीन भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं।