पेपर लीक के दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा

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  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया

नई दिल्ली। गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण सुबह 11 बजे शुरू हुआ। केंद्र में तीसरी बार भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के गठन के बाद राष्ट्रपति का ये पहला अभिभाषण है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मेरी सरकार देश के हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्होंने साकार करने के लिए जरूरी माहौल बनाने में जुटी है। बीते 10 वर्षों में ऐसे अवरोध को हटाया गया है जिसके कारण युवाओं को परेशानी थी। इस बीच संसद में विपक्ष के नेताओं ने नीट-नीट के नारे भी लगाए।
नीट पर बात करते हुए राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, पेपर लीक पर ठोस उपाय की जरूरत है। पेपर लीक में निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। राष्ट्रपति ने पेपर लीक का जिक्र करते हुए अपने अभिभाषण में विपक्षी दलों से इस मामले में राजनीति से ऊपर उठकर ठोस उपाय करने की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘इससे पहले भी हमने देखा है कि कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं होती रही हैं। इसमें दलीय राजनीति से ऊपर उठकर देशव्यापी ठोस उपाय करने की जरूरत है। संसद ने भी परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों के विरुध एक सख्त कानून बनाया है। मेरी सरकार परीक्षा से जुड़ी संस्थाओं, उनके कामकाज के तरीके और परीक्षा प्रक्रिया सभी में बड़े सुधार के लिए काम कर रही है।’ 18वीं लोकसभा को पहली बार संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘मेरी सरकार देश के हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्होंने साकार करने के लिए जरूरी माहौल बनाने में जुटी है। बीते 10 वर्षों में ऐसे अवरोध को हटाया गया है जिसके कारण युवाओं को परेशानी थी। पहले अपने प्रमाण पत्रों को अटेस्टड करने के लिए युवाओं को भटकना पड़ता था। अब युवा सेल्फ अटेस्ड करने का काम रहे हैं।’

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