नैनीताल सीट से लड़ सकती है चुनाव
देहरादून। यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य की कांग्रेस में वापसी से असहज दिख रही कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरिता आर्य आखिरकार आज कांग्रेस का हाथ और साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई। प्रदेश मुख्यालय में आज प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
सरिता आर्य के भाजपा में जाने की खबरें लंबे समय से आ रही थी। पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में वापस आने के बाद से ही वह असहज महसूस कर रही थी। उन्हें इस बात का डर सता रहा था कि नैनीताल से सीटिंग विधायक संजीव आर्य के कांग्रेस में वापस आने से कांग्रेस अब उन्हें टिकट नहीं देगी। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने सरिता आर्य को नैनीताल सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन संजीव आर्य के मुकाबले वह चुनाव हार गई थी। जिताऊ प्रत्याशी संजीव आर्य की कांग्रेस में वापसी के बाद उन्हें अपना राजनीतिक कैरियर समाप्त दिख रहा था यही कारण था कि वह भाजपा से संपर्क बनाए हुए थी। हालांकि कांग्रेस ने भी उनकी नाराजगी को ज्यादा तवज्जो नहीं दी थी।
आज दोपहर अचानक सरिता आर्य भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंची जहां प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया और पार्टी की सदस्यता दिलाई। भले ही कहा यही जा रहा हो कि वह बिना शर्त भाजपा में शामिल हुई है लेकिन समझा जा रहा है कि भाजपा उन्हें नैनीताल सीट से चुनाव मैदान में उतारेगी। क्योंकि संजीव आर्य के जाने के बाद भाजपा के पास कोई दूसरा बड़ा उम्मीदवार नहीं है। यह अलग बात है कि संजीव आर्य के सामने उनकी दावेदारी को मजबूत नहीं माना जा रहा है।