देहरादून। सरकारी योजनाओं में निवेश का झांसा देकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले गिरोह का मुखिया को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि सरकारी योजनाओं में निवेश का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना कृष्णकांत पुत्र विनोद निवासी बद्रीश कालोनी बैरियर नम्बर6 रानीपुर को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी द्वारा वर्ष 2020 में जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर में इंटरनेशनल बुद्धिज्म फाउडेशन, स्वर्ण भूमि इंटरनेशनल बुद्धिज्म फांउडेशन के नाम से कम्पनी खोली गयी थी। जिसमे यह लोगों को बैंक तथा सरकारी योजनाओं में लोन दिलाने के नाम पर फीस वसूलने का काम करते थे तथा कन्याधन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, बेरोजगार पेंशन, बच्चों की पढाई का लोन, बेटी की शादी के नाम पर बैंक और सरकारी योजनाओं से लोन दिलाने के नाम पर अपनी कम्पनी में रजिस्ट्रेशन करने के लिए 300, 500, 600 रूपये की फीस की रसीद काटते थे और यह झांसा देते थे कि रजिस्ट्रेशन करने पर आपको एक साल बाद दो लाख रूपये का लोन पास हो जाएगा। फीस की रकम कम लेते थे जिससे काम ना होने पर पीडित व्यक्ति शिकायत नहीं करते थे। लेकिन कई व्यक्तियों से फीस लेने से उनके पास काफी धनराशि एकत्रित हो जाती थी साथ ही साथ लोगों को एक मुश्त कम्पनी के द्वारा विदेश कम्पनी में निवेश करने पर 35 से 40 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज का लालच देते थे और उसके अगले साल कुल रकम का 45 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज चुकाने का झांसा दिया जाता था जिसकी एक एफडी बनाकर पीडित को दी जाती थी। उन्होंने बताया कि आरोपी के बैंक विवरण के विश्लेषण में ज्ञात हुआ है कि विभिन्न पीडितों द्वारा 25 लाख रूपये का लेन देन किया गया है। आरोपी और उसके साथियों द्वारा नगद या बैंक द्वारा कितनी धनराशि ठगी गयी है इसके बारे में पता किया जा रहा है। आरोपी व उसके साथियों के विरूद्ध पूर्व में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में थाना नागल तथा सदर बाजार में मुकदमा दर्ज था जिसमे कृष्णकांत के साथ 7 साथी अमित पुत्र प्रेमचंद निवासी मोहनपुर सहारनपुर, अक्षय पुत्र सुमेरचंद निवासी शेखपुरा कदीम, अंकित पुत्र सत्यपाल निवासी बहादरपुर जट हरिद्वार, अनुज कुमार पुत्र वीर सिंह निवासी शेखपुरा कदीम सहारनपुर, जुरेश कुमार पुत्र पूरणचंद निवासी हासिमपुरा देवबंद सहारनपुर, राजू भाटिया पुत्र पल्टुराम निवासी हासिमपुरा देवबंद सहारनपुर शामिल थे। इसके अन्य साथी अभी जेल में है तथा यह जमानत पर छूटा था तथा जमानत पर छूटने के बाद यह फिर ठगी करने लगा था। एसटीएफ ने उसके कब्जे से एक डेस्कटॉप, दो हार्डडिस्क, रसीद बुक डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट यूएसबी बरामद कर लिये। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसको न्यायालय में पेश किया जहां से उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।