June 27, 2024पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के संबंध में अनुमोदन प्रदान करने का किया अनुरोध नई दिल्ली । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री किंजरापू राम मोहन नायडू से शिष्टाचार भेंट कर केंद्रीय मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के दायित्व का कार्यभार ग्रहण करने पर बधाई और शुभकामनाएं प्रदान की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कार्यवाही शीघ्रातिशीघ्र शुरू करने के संबंध में अनुमोदन प्रदान कर सम्बंधित को निर्देशित करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के जनपद उधमसिंहनगर के पंतनगर में स्थित रनवे छोटा होने के कारण इस एयरपोर्ट पर बड़े वायुयानों को उतारना संभव नहीं हो पा रहा है, जिसके लिए रनवे को बढ़ा कर एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई वर्तमान में 1372 मीटर है जिसे बढ़ाकर 3000 मीटर किया जाना है।मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु राज्य सरकार द्वारा वर्तमान में विभिन्न विभागों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सिडकुल की कुल 804.0162 एकड़ अथवा 325.5126 हैक्टेएयर भूमि अधिग्रहण की जा चुकी है। जिसमें से 212.4868 (524.78 एकड़) भूमि नागरिक उड्डयन विभाग के नाम हस्तान्तरित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से देहरादून स्थित जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु वन विभाग की 87.0815 हेक्टेयर भूमि के हस्तातंरण के संबंध में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनुरोध करते हुए विस्तारीकरण पर कार्य शुरू करने की अनुमति प्रदान करने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से काठमांडू(नेपाल) के लिए वायुयान सेवा संचालित किए जाने के लिए निविदा की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। जिसके दृष्टिगत जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का दर्जा देने की कार्यवाही को गति देने की नितांत आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग की 87.0815 हेक्टेयर भूमि को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के अनुसार नागरिक उड्डयन मंत्रालय को हस्तांतरित करने में कोई अवरोध नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तारीकरण हेतु एयरपोर्ट सीमा से लगी एनटीआरओ की परिधि में आने वाली भूमि के लिए अनापत्ति की कार्यवाही गतिमान है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से केदारनाथ धाम और देहरादून के सहस्त्रधारा हेलिड्रोम पर एटीसी की स्थापना के सम्बंध में अनुरोध करते हुए अवगत कराया कि वर्तमान में उत्तराखंड के तीन हवाई अड्डे हैं जहां VHF संचार सहित वायु यातायात सेवा उपलब्ध हैं। हालांकि VHF संचार व्यवस्था एक लाइन ऑफ साइट कम्युनिकेशन व्यवस्था होने तथा राज्य की पर्वतीय भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्र अभी भी इस व्यवस्था से आच्छादित नहीं हो पाए हैं। इसके मद्देनजर श्री केदारनाथ धाम और सहस्त्रधारा हेलिड्रोम में वायु यातायात नियंत्रण स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य के सीमावर्ती शहर पिथौरागढ़ के लिए अलायन्स एयर द्वारा द्वारा उत्तराखंड एयर कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत दिल्ली-पिथौरागढ़-दिल्ली उड़ान संचालन हेतु सहमति हो गई है। राज्य सरकार द्वारा हवाई अड्डे के लिए 2 सी श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एटीआर 42 विमानों के संचालन हेतु पायलट्स के लिए सिम्युलेटर ट्रेनिंग आवश्यक है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अलायन्स एयर को सिम्युलेटर ट्रेनिंग प्रक्रिया शीघ्र आरंभ करने हेतु सम्बंधित विभाग को निर्देशित करने का अनुरोध किया गया।
June 27, 2024देहरादून। कांग्रेसजनों ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह के नेतृत्व में दरबार साहिब में मत्था टेका और महंत देवेन्द्र दास महाराज से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने दरबार साहिब में मत्था टेककर महंत देवेन्द्र दास महाराज से मिले और उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में और अधिक बढ़ावा देने का आग्रह महंत देवेन्द्र दास महाराज से किया। इस दौरान महंत देवेन्द्र दास महाराज ने शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में हरसंभव कार्य करने का आश्वासन दिया और राज्य में अस्पताल और स्कूल खोले जायेंगें। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचन्द शर्मा आदि उपस्थित रहे।
June 27, 202450 से अधिक निर्माण तोड़े जाएंगें, पीड़ित परेशान, बारिश में बच्चों को लेकर कहां जाएं देहरादून। स्थानीय लोगों के उग्र विरोध प्रदर्शन के कारण 2 दिन तक काठ बांग्ला क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई लेकिन आज यहां एमडीडीए और शासन—प्रशासन का बुलडोजर फिर एक्शन में देखने को मिला।आज सुबह एमडीडीए के अधिकारियों की टीम तीन बुलडोजर और भारी पुलिस फोर्स के साथ गब्बर सिंह बस्ती पहुंची और अवैध निर्माण की ध्वस्तिकरण की कार्यवाही शुरू कर दी गई। बीते सोमवार को यहां एनजीटी के निर्देश पर एमडीए द्वारा रिस्पना किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई तथा 26 निर्माण ध्वस्त कर दिए गए थे। क्षेत्र में लगभग 450 के आसपास अवैध निर्माण बताये जा रहे हैं। लेकिन अब सिर्फ उन्हीं निर्माण को तोड़ा जा रहा है जो 2016 के बाद किए गए हैं।पिछली बार जब सोमवार को यहां ध्वस्तिकरण की कार्रवाई की गई थी उसके अगले दिन क्षेत्र के लोगों ने कैनाल रोड पर जाम लगाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके कारण 2 दिन ध्वस्तिकरण की कार्यवाही स्थगित रही लेकिन आज इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। एमडीडीए के अधिकारियों द्वारा अभी 50 अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की बात कही जा रही है। अधिकारी मौके पर ही लोगों के कागजों का भी सत्यापन कर रहे हैं। उनका साफ कहना है कि जो भी निर्माण 2016 के बाद किया गया है उसे तोड़ा जाएगा। मौके पर तीन बुलडोजर ध्वस्तिकरण कार्य में लगे हुए हैं।उधर जिन लोगों के आशियानों को तोड़ा जा रहा है उनका कहना है कि ऐसे मौसम में जब बरसात शुरू हो चुकी है वह अपने बच्चों और बुजुर्गों को लेकर कहां जाएंगे प्रशासन को उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए था। उल्लेखनीय है कि काठ बांग्ला क्षेत्र में जिस जगह यह अतिक्रमण हटाया जा रहा है उसे रिस्पना रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना के लिए चिन्हित किया गया है लेकिन यह काम नहीं हुआ और अवैध बस्तियां बसती चली गई। एमडीडीए के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दो—तीन दिन में इसे पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त कर लिया जाएगा।
June 27, 2024देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने कहा कि उत्तराखण्ड में राज्य स्तरीय स्प्रिंग एण्ड रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (एसएआरआरए) के माध्यम से जल संरक्षण एवं जलस्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है।आज यहां मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड में राज्य स्तरीय स्प्रिंग एण्ड रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (एसएआरआरए) के माध्यम से जल संरक्षण एवं जलस्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत कैच द रेन, जल संरक्षण अभियान, अमृत सरोवर, हरेला कार्यक्रम के माध्यम से राज्य में जल संरक्षण, सम्भरण एवं जल सम्वर्द्धन हेतु कार्य किए जा रहे हैं। क्रिटिकल सूख रहे जल स्रोतों, सहायक नदियों व धाराओं का चिन्हीकरण किया गया है। इनके संग्रहण क्षेत्रों की पहचान की गई है। ग्राम स्तर पर जल स्रोतों को चिन्हित कर उनके उपचार क्षेत्र में जल संभरण गतिविधियों के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि पेयजल निगम द्वारा 78 क्रिटिकल जलस्रोत चिन्हित किए गए हैं। जन संस्थान द्वारा 415 क्रिटिकल जल स्रोत चिन्हित किए गए हैं। विभिन्न जनपदों में कुल 250 सहायक नदियां/धाराएं उपचार हेतु चिन्हित की गई हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि जल संरक्षण अभियान की गतिविधियों के मूल्यांकन एवं अनुश्रवण हेतु जल संरक्षण एप एवं डैशबोर्ड भी बनाया गया है। जिससे समस्त चिन्हित जल स्रोतों एवं उपचार गतिविधियों को जियो टैग किया जा रहा है। देहरादून शहर में 260 रिचार्ज शॉफ्ट/बोरवेल सरकारी संस्थानों एवं विघालयों की परिसर में 15 जुलाई 2024 तक निर्मित किये जाने प्रस्तावित हैं घ इसके के अतिरिक्त 30 बड़ी आवासीय कालोनी में रिचार्ज शॉफ्ट बोरवेल बनाये जाने प्रस्तावित हैं। हरिद्वार शहर में 110 रिचार्ज शॉफ्ट/बोरवेल सरकारी संस्थानों एवं विघालयों की परिसर में 15 जुलाई 2024 तक निर्मित किये जाने प्रस्तावित है। हल्द्वानी शहर में 80 रिचार्ज शॉफ्ट / बोरवेल सरकारी संस्थानों एवं विघालयों की परिसर में 15 जुलाई 2024 तक निर्मित किये जाने प्रस्तावित हैं। सेन्ट्रल ग्राउंड वॉटर बोर्ड देहरादून द्वारा उत्तQ तीनों शहरों के भू —जल को रिचार्ज करने हेतु तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव डा. आर राजेश कुमार एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
June 27, 2024प्रेम प्रसंग में शादी का दबाव बनाने पर की थी हत्यायें, गिरफ्तार देहरादून। बडोवाला के पास नाले में तीन शवों के मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी। पुलिस ने घटनाव्रQम का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जिसने बताया कि महिला उस पर शादी का दबाव बना रही थी जिसके बाद उसने हत्याकाण्ड को अंजाम देकर शवों को नाले में फेंक दिया था।आज यहां इसकी जानकारी देते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 25 जून की संाय थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पेट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना प्राप्त हुई, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर सूखे नाले में 2 शव कूडे में पडे हुये थे, जिससे दुर्गन्ध आ रही थी, पुलिस द्वारा शवो को कब्जे में लिया गया। घटना के सम्बंध में देर सांय पता चलने और जंगली जानवरों के खतरे के चलते उस समय घटना स्थल के आस—पास सर्च अभियान नही चलाया जा सका। अगले दिन सर्च आप्रेशन के दौरान कुछ दूरी पर कूडे का ढेर से एक अन्य महिला का सडा—गला शव दबा हुआ मिला, जिसे आवश्यक कार्यवाही हेतु मोर्चरी में भिजवाया गया। घटना स्थल से एक अन्य महिला का शव मिलने से साफ हुआ कि उक्त सभी शव एक ही परिवार के सदस्यों के हैं। इस पर पुलिस ने तेजी से जांच शुरू कर दी गयी। घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपडे व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो उक्त शवों के ही प्रतीत हो रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ तथा घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिक्ट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व 1 नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थ्ौले बरामद हुए, जिस पर पुलिस को फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों पर शक हुआ। जानकारी करने पर पुलिस को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी हसीन पुत्र नसीम मिला, जिससे पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। जिसने बताया कि अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या उसने की है। आरोपी को पुलिस टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में हसीन द्वारा बताया गया कि वह बिजनौर का रहने वाला है तथा बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है, वह तलाकशुदा है और मृतका रेश्मा से पिछले 2 वर्षाे से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था तथा रेश्मा द्वारा उस पर लगातार शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था। जिस पर परेशान होकर उसके द्वारा उससे पीछा छुडाने का प्रयास किया गया, परन्तु वह उसे साथ रखने की जिद करने लगी। बताया कि 23 जून की शाम मृतका अपनी पुत्री आयत(उम्र 15 वर्ष) तथा आयशा(उम्र— 08 माह) के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी तथा उसको फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस पर उसने उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई तथा अपनी मोटरसाईकिल से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया, जहां उन्हें रात्री मे सुलाने के पश्चात उसके द्वारा पहले मृतका रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया, उसके पश्चात उसके द्वारा तीनो के शवो को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूढे के ढेर में फेंक दिया व स्वंय जाकर शवों को कूढे के ढेर के नीचे दबा कर छुपा दिया व मृतकों के कपडे ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थ्ौले में डालकर फेंक दिये व मृतका का बैग भी कूढे के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया तथा मृतका का मोबाइल व उसके घर की चाबी अपने पास छुपा दी थी। उसके द्वारा मृतको के शवो को फॉम के गददों आदि से लपेटकर रखा था, जिस कारण मृतकों के शव फूल गये थे। तीन हत्याओं का खुलासा करने वाली टीम को डीआईजी ने 25 हजार रूपये ईनाम की घोषणा की।
June 27, 2024देहरादून। मलिन बस्तियों को उजाडने के विरोध में विभिन्न संगठनों ने सचिवालय कूच कर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।आज यहां विभिन्न संगठनों के लोग परेड ग्राउड पर एकत्रित हुए। जहां से उन्होंने सचिवालय के लिए कूच किया। जब वह सचिवालय के समक्ष पहुंचे तो पुलिस ने बैरकेडिंग लगाकर रोक दिया। जिसके बाद उन्होंने वहीं पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन के पश्चात एक प्रतिनिधिमण्डल ने सचिवालय में जाकर मुख्य सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सरकार का वायदा था कि वह पंचायत, चाय बागानों तथा बस्तियों में बसे आबादी को मालिकाना हक देगी। वर्ष 2016 में जन आन्दोलन के बाद 2018 में सरकार बस्तियों की सुरक्षा के लिए कानून लायी जोकि अक्टूबर 2024 तक प्रभावी है। बावजूद अनेक बहाना बनाकर सरकार बस्तियों को उजाडने पर आमदा है, हाल में चूना भटटा, दीपनगर, बारीघाट तथा काठबंगला इसका ज्वंलत उदाहरण हैं। जहां सैकडों गरीबों को बिना पुनर्वास दिये बेघरबार किया गया जबकि अभियान में रिस्पना के इर्दगिर्द बडे लोगों, सरकारी कब्जों को छोडा गया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्रस्तावित एलिवेटेड रोड जिसे रिस्पना तथा बिन्दाल से गुजरना है आने वाले दिनों में हजारों परिवारों के बेघरबार हाने का कारण बनेगी। इस योजना में पिछले 40 वर्षो से पुरानी बसी आबादी को अतिव्रQमणकारी कहा गया इसका सीधा मतलब है कि सरकार सीधे तौर पर प्रभावितों के पुर्नवास एवं मुआवजा की जिम्मेदारी से बच रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रगतिशील वामपंथी राजनैतिक एवं सामाजिक संगठन पिछले लम्बे समय से इन तमाम मुददों पर आन्दोलित है तथा प्रभावितों से हजारो हजार हस्ताक्षर करवाकर सरकार को भेज चुके है अभी भी हजारो हस्ताक्षर इकटठे हुए हैं। उन्होंने मांग की है कि उनके द्वारा उठाये गये बिन्दुओं पर न्यायोचित कार्यवाही की जाये। प्रदर्शन करने वालों में सीआईटीयू, एंटक, इंटक, चेतना आन्दोलन, सीपीएम, सपा, बसपा, आयूपी, भीम आर्मी, एसएफआई, किसान सभा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।